Kaddu ka ambal
यूं तो कद्दू भारत के हर कोने में खाया जाता है लेकिन हमारे जम्मू में कद्दू की एक स्पेशल डिश है जो हर सुख में दुख में बनाई जाती है अब आप सोच रहे होंगे कि कद्दू का ऐसा क्या बनता होगा जो इतना पसंद किया जाता है ।
तो चलो मैं आपको बताती हूं कि हमारे डुग्गर देश में कद्दू का क्या बनता है तो हम बनाते हैं जी kaddu ka ambal ।
कद्दू का अम्बल एक ऐसी डिश है जो हमारे जम्मू में ऐसा कोई नहीं है जिसको यह पसंद ना हो क्योंकि चाहे किसी के घर में शादी होगी या कोई भी फंक्शन होगा कद्दू कंबल तो एक ऐसी डिश है जो बनती ही बनती है और इतनी पसंद करते हैं कि क्या बताऊं लिखते-लिखते मुंह में पानी आ रहा है तो चलिए शुरू करते हैं ।
Kaddu ka ambal recipe in Hindi
कद्दू का अम्बल तो सब बनाते हैं लेकिन जो हमारे बुजुर्ग हैं जैसे हमारी दादी,नानी,हमारी मम्मी उनके हाथ का तो एक अलग ही स्वाद है वह इस कद्दू के अम्बल में अपने अपना खूब सारा प्यार भी मिलाते हैं जिससे यह इतना टेस्टी हो जाता है कि बस आप खाते ही रहो ।यह सिर्फ एक व्यंजन नहीं है यह हमारे डुग्गर का एक इमोशन है एक भाव है जो हमारे दिलों में बसता है । आजकल यह देश के कोने-कोने बनाए जाने लगा है क्योंकि जो यहां पर एक बार खाकर जाता है वह इसकी रेसिपी तो लेकर ही जाता है तो देखते हैं इसकी सामग्री.....
Kaddu ka ambal ingredients in Hindi
कद्दू - 700 ग्राम
इमली - 100 ग्राम
गुड - 50 ग्राम
लाल मिर्च सूखी हुई - तीन से चार
हरी मिर्च - तीन से चार
हल्दी - दो टी स्पून
कश्मीरी लाल मिर्च - दो टी स्पून
नमक - स्वाद अनुसार
सरसों का तेल - 3 टेबलस्पून
मेथी दाना - 1/2 चम्मच
Kaddu ka ambal banane ki vidhi in Hindi
सबसे पहले कद्दू के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें ,टुकड़े 1 इंच के जितने होने चाहिए स्क्वायर शेप में उनका छिलका मत निकालना क्योंकि अंबल छिलके के साथ ही बनाया जाता है सारे कद्दू को काट के तैयार कर लें फिर उसको अच्छे से एक या दो पानी में धो लें।
अब एक लोहे की कढ़ाई ले उसमें सरसों का तेल गर्म करें उसमें मेथी दाना डाल दें ,जब तक मेथी दाना थोड़ा भून जाता है आप इसमें लाल सूखी मिर्च तोड़ के डाल दें और कुछ हरी मिर्च डाल दें । अब इसमें आप कद्दू जो हमने काट के रखा था डाल दीजिए अब इसमें हल्दी, कश्मीरी लाल मिर्च व नमक डाल दीजिए और इसको थोड़ा सा चला लीजिए। सरसों के तेल के साथ कद्दू को अच्छे से मिक्स करने के बाद आप उसकी ढक दीजिए ।
2 मिनट बाद कद्दू को फिर चला लीजिए जब तक कद्दू थोड़ा सॉफ्ट नहीं हो जाता आप कद्दू को ऐसे ही दो-दो मिनट बाद चलाते रहिए । अब आप थोड़े से पानी में इमली को भिगो दीजिए सॉफ्ट होने के लिए और जब तक इमली सॉफ्ट होती है आप गुड़ को थोड़ा सा कूट लीजिये या कद्दूकस कर लीजिए।
अब कद्दू को देख लीजिए अब वह सॉफ्ट हो गया होगा अब उसमें इमली का पानी डाल दीजिए और गुड़ भी डाल दीजिए । और उसको लगातार चलाते रहिए जब तक की कद्दू की ग्रेवी थोड़ी गाढ़ी ना हो जाए और कद्दू अच्छे से सॉफ्ट ना हो जाए जैसे ही कद्दू का कद्दू सॉफ्ट हो जाएगा और कद्दू की ग्रेवी गाढ़ी हो जाएगी और तेल ऊपर आ जाएगा आप समझ जाएंगे कि अब हमारा अबंल तैयार है ।
यूं तो कद्दू के अंबल को राजमा चावल के साथ ही मजा आता है लेकिन आप इसे किसी भी सब्जी के साथ खा सकते हैं तो अगले लेख में मैं आपको उधमपुर स्टाइल के राजमां बनाना सिखाऊंगी ।
उम्मीद है आपको मेरी रेसिपी पसंद आई होगी अगर पसंद आई होगी तो लाइक जरुर करें ।
धन्यवाद ।
FAQs
1. कद्दू का अंबल कौन से कद्दू से बनता है?
उ० कद्दू का अंबल पके हुए कद्दू से बनता है ।
2. क्या गुड़ के बिना कद्दू अंबल नहीं बन सकता?
उ० नहीं, ऐसा नहीं है कुछ लोग जिनको मीठा कम पसंद है वह गुड़ नहीं भी डालते हैं।
3. अंबल वाले कद्दू कब मिलते हैं
उ० अंबल वाले कद्दू ज्यादातर अक्टूबर-नवंबर के महीने में मिलते हैं ।